रायगढ़। फ्लाईएश की समस्या को लेकर जिला प्रशासन की लाख हिदायत के बाद भी उद्योग प्रबधन बाज नही आ रहे है। शनिवार को एसडीएम के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने आकस्मिक जांच के दौरान पुसौर के नावापारा में फ्लाईएश का बिना तिरपाल व दस्तावेज के परिवहन कर रहे 10 गाडिय़ों को जब्त किया है। बताया जाता है कि इसमें 9 गाडिय़ां एनटीपीसी लारा से निकली थी तो वहीं एक गाड़ी सिंघल उद्योग की थी।
जिला प्रशासन द्वारा बार-बार उद्योग प्रबंधन व ट्रंासपोर्टरों को हिदायत दिया जा रहा है कि फ्लाईएश का खुले रूप से परिवहन न करें और चिन्हांकित खदानों में ही डंप करें, लेकिन उद्योग प्रबंधन व ट्रंासपोर्टर प्रशासन के हिदायत को दरकिनार कर मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एसडीएम गगन शर्मा के नेत्त्व में जिला खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह, आरटीओ व परिवहन विभाग व पर्यावरण विभाग के कर्मचारियेां की टीम ग्रामीणों से मिली शिकायत के आधार पर पुसौर क्षेत्र में आकस्मिक जांच करने के लिए पहुंची। आकस्मिक जांच के दौरान टीम ने नावापारा पुसौर के पास फ्लाईएश से लोड 17 गाडिय़ों को पकड़ा। बताया जाता है कि उक्त गाडिय़ों में न तो तिरपाल लगा हुआ था न ही उक्त फ्लाईएश को कहां डंप किया जाना है इससे संबंधित कोई दस्तावेज थे। इसमें एनटीपीसी लारा की ९ गाडिय़ां तो सिंघल उद्योग की १ गाड़ी थी जिसे जब्त कर प्रकरण बनाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
अधिकांश गाडिय़ां थी बाहर की
जांच में यह बात भी सामने आई कि एनटीपीसी में उत्सर्जित फ्लाईएश के निराकरण के लिए नवकार ट्रंासपोर्ट को कार्य मिला है। उक्त ट्रंासपोर्ट की अधिकांश गाडिय़ों का नंबर बाहर का था जिसमें नियम कायदों को ताक पर रखकर फ्लाईएश का परिवहन किया जा रहा था। सिंघल उद्योग से फ्लाईएश का परिवहन कर रहे जब्त एक गाड़ी के चालक ने सेमलिया स्थित ब्रिक्स प्लांट ले जाना बताया, लेकिन उक्त गाड़ी में तिरपाल नहीं था। हांलाकि चालक व उद्योग प्रबंधन द्वारा अब तक दस्तावेज पेश नहीं किया गया है। दस्तावेज के आधार पर इसमें आगे की जांच की जाएगी।

You missed