घरघोड़ा। जिला न्यायाधीश रजनीश श्रीवास्तव रायगढ के निर्देश पर मानव अधिकार दिवस के अवसर में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय घरघोड़ा में विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अच्छेलाल काछी के मुख्य आतिथ्य में जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि अच्छे लाल काछी ने सर्वप्रथम आज के दिवस पर सभी छात्र छात्राओं को मानव अधिकार के सम्बन्ध में अवगत कराया कि12 दिसम्बर 1948 को सँयुक्त राष्ट्र महासभा में मानव अधिकारो स्वीकृति प्रदान की गई थी तब से प्रत्येक वर्ष 12 दिसम्बर को विश्व मानव अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश के संविधान के अध्याय 3 के रूप में मानव अधिकार को रखा गया है।जो मानव अधिकारों को सुरक्षा प्रदान करते है।जिसमे समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, प्रमुख है। मानव अधिकार के संदर्भ में माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय उच्चतम न्यायालय में रिट प्रस्तुत किया जा सकता है।
इस अवसर पर सहायक लोक अभियोजन अधिकारी राजेश ठाकुर एवं विद्या शंकर बोहिदार अधिवक्ता कार्यक्रम में उपस्थित रहे। विद्यालय के प्राचार्य से संजय कुमार पंडा ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश को अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। न्यायाधीश ने लगभग 50 बच्चों से वार्तालाप कर उनकी समस्याएं सुनी और उनका कानूनी समाधान बताया। उन्होंने बताया कि एक अच्छे नागरिक कैसे बन सकते हैं ,किसी भी समस्या का कानूनी उपचार क्या है, इत्यादि प्रश्नों का उन्होंने विद्यार्थियों के स्तर अनुरूप जवाब देकर उन्हें आकृष्ट कर लिया। छात्रों ने भी उत्सुकता से अपने शंका का समाधान किया और कई प्रकार के प्रश्न न्यायाधीश से किये। दानवेंद्र कष, पूजा कष, आध्या देवता आदि विद्यार्थियों ने तथा शिक्षकों ने भी माननीय न्यायाधीश महोदय से मानवाधिकार संबंधी जानकारी ली। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के व्याख्याता श्रीमती लता जायसवाल ने किया।