रायगढ़। सक्ती विधानसभा प्रभारी और रायगढ़ के युवा भाजपा नेता विकास केडिया ने नेतनागर नहर विवाद मामले में स्थानीय किसानों द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से निकाली गई रैली को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कराई गई एफआईआर को भूपेश सरकार की तानाशाही बताते हुए कहा कि भूपेश सरकार गरीबों और किसानों के हितों के विपरीत कार्य करने वाली सरकार है।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा नेता विकास केडिया ने कहा कि भूपेश सरकार के इशारे पर ही जिला प्रशासन द्वारा नेतनागर के किसान भाईयों और स्थानीय भाजपा व अन्य नेताओं के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला पंजीबद्ध किया गया है जबकि इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन और आंदोलन को स्थानीय विधायक और कांग्रेसी नेताओं द्वारा भी समर्थन दिया गया था और प्रदर्शन के पहले दिवस तो स्थानीय विधायक द्वारा गांव जाकर बकायदा नहर निर्माण कार्य को रोकवाया गया था ऐसे में जिला प्रशासन को स्थानीय विधायक और आंदोलन को समर्थन देने वाले स्थानीय कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ भी शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला पंजीबद्ध करना चाहिए , जिसे करने का नैतिक साहस जिला प्रशासन के पास है ही नहीं।

आगे भाजपा नेता श्री केडिया ने कहा कि भूपेश सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है पहले उन्होंने राज्य के करीब 16 लाख गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास के तहत मिलने वाले घर से वंचित रखा और अब किसानों के हितों की सरासर अनदेखी करते हुए एक ऐसी सिंचाई योजना को जबरन उन पर थोंप रही है जिससे मिलने वाले लाभ को लेकर किसान भाई ही आशंकित है और तो और सरकार सत्ता के मद में इतनी मगरुर हो गई है कि अपने हक की मांग कर रहे किसानों के ऊपर अब अपराध तक दर्ज कराने से बाज नहीं आ रही है।

आगे भाजपा नेता ने यहां तक कहा कि इस मामले में जिला और पुलिस प्रशासन का अब तक जो रवैया रहा है वह सीधे तौर पर अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक भी है जिसका रायगढ़ भाजपा पुरजोर विरोध कर रही है और आगे भी करती रहेगी, हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को सरकार और प्रशासन एफआईआर का डर दिखा कर डरा नहीं सकती हैं और भाजपा के कार्यकर्ता ऐसे किसी एफआईआर से डरते है बल्कि जरूरत पड़ने पर जिला भाजपा का एक एक नेता और कार्यकर्ता जिला और पुलिस प्रशासन की इस तानाशाही रवैए और तुगलकी कार्यवाही के विरुद्ध सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने का तत्पर रहेंगे।

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