रायगढ़। सोनारपारा निवासी युवक गोलू गुप्ता की बिजली विभाग की लापरवाही से हुई मौत पर गहरी संवेदना जताते हुए भाजपा नेता गुरुपाल भल्ला ने इसके लिए विद्युत विभाग और भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुपाल भल्ला ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह मृतक के परिवार को पच्चीस लाख रुपए का मुआवजा और उसके परिवार से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्रदान करें।

गुरुपाल भल्ला ने गोलू गुप्ता की मौत के लिए शहर विधायक प्रकाश नायक की अकर्मण्यता को भी जिम्मेदार ठहराया है। शून्य उपलब्धि वाले विधायक प्रकाश नायक ने शहर की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने की दिशा में कभी कोई प्रयास नहीं किया। जर्जर ट्रांसफार्मर, अपर्याप्त विद्युत सबस्टेशन, और पुराने हो चुके तारों के भरोसे शहर भर में बिजली व्यवस्था चलाई जा रही है। नतीजतन आए दिन ऐसी दुर्भाग्य जनक घटनाएं घट रही हैं।

गौरतलब है की गोलू गुप्ता की मौत उस समय हो गई थी जब वह विश्वासगढ़ चर्च के पास बाजीराव पारा स्थित सड़क से गुजर रहे थे और पेड़ की डगाल 11 केवी की विद्युत लाइन पर गिर गई और तार टूट कर गोलू गुप्ता के ऊपर आ गया। विद्युत प्रवाह की वजह से गोलू गुप्ता की असामयिक मृत्यु हो गई।

गुरपाल भल्ला ने कहा है कि मेंटेनेंस के नाम पर पिछले 3 महीने से लगातार शहर में अघोषित विद्युत कटौती की जाती रही मगर जब समय आया तो उस मेंटेनेंस की पोल खुल गई। कहा गया था कि बिजली विभाग विद्युत तारों के ऊपर से पेड़ की टहनियों को काटने छाटने के लिए विद्युत कटौती कर रहा है फिर आखिर पेड़ की डगाल 11 केवी के ऊपर कैसे गिरी इसका जवाब विद्युत मंडल को देना चाहिए।

वस्तुस्थिति यह है की मेंटेनेंस के नाम पर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में केवल अघोषित विद्युत कटौती ही की गई और आम नागरिकों को परेशान किया गया। शहर की आबादी बढ़ने के साथ ही शहर में विद्युत वितरण सुधारने की आवश्यकता थी। 2 जोन (विद्युत वितरण केंद्र) के माध्यम से की जाने वाली विद्युत वितरण व्यवस्था को चार जोन में बांटा जाना था मगर इस ओर भी ध्यान नहीं दिया गया नतीजतन अघोषित विद्युत कटौती के साथ ही छोटी मोटी खामियों की वजह से शहर को भरी गर्मी में विद्युत अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा। इसी का शर्मनाक उदाहरण है गोलू गुप्ता की मौत।

गुरूपाल भल्ला ने समय रहते शहर भर के जर्जर हो चुके विद्युत तारों को बदलने नए ट्रांसफार्मर लगाने और विद्युत सबस्टेशन बढ़ाने की मांग की है।

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