रायगढ़। जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष शंकर अग्रवाल ने नाम निर्देशन के लिए फार्म लेकर एक तरह से कांग्रेस से बगावत का बिगुल फूंक दिया है। शंकर टिकट के प्रबल दावेदारों में से एक थे। वही टिकट नही मिलने से पार्टी के प्रति नाराजगी है जिस वजह से शंकर अग्रवाल ने निर्दलीय चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने की तैयारी शुरू कर दी है। यदि शंकर अग्रवाल मैदान में डटे रहते है तो सीधे तौर पर प्रकाश नायक को नुकसान उठाना पड़ेगा।
कांग्रेस में प्रत्याशी तय होने के बाद से ही बगावत व भितरघात होने की सभावना स्पष्ट नज़र आ रही थी। भले ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी प्रकाश नायक सभी दावेदार उनके साथ होने का दावा कर रहे है लेकिन ऐसा है नही। फिलहाल जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष शंकर अग्रवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन फार्म लेकर एक तरह से कांग्रेस के खिलाफ बगावत का ऐलान कर दिया है। शंकर अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ वक़्ता के साथ हुई विशेष बातचीत में कहा कि आम जनता के कहने पर वे चुनाव लड़ रहे है। गौरतलब है कि चुनाव लड़ने की मंशा रखते हुए शंकर अग्रवाल ने तकरीबन साल भर पूर्व ही रायगढ विधान सभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी और विभिन्न धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमो में शामिल होते हुए सतत सक्रिय रहे है। वही कांग्रेस का एक धड़ा भी प्रत्यक्ष रूप से शंकर अग्रवाल के साथ ताल मिलाते नज़र आ रहा है। राजनैतिक सूत्रों की यदि माने तो पुसौर व सरिया क्षेत्र में प्रकाश नायक व संगठन से नाराज कांग्रेस पदाधिकारियों का समर्थन भी शंकर अग्रवाल को मिल सकता है। यदि शंकर अग्रवाल चुनाव मैदान में डटे रहते है तो निश्चित तौर पर प्रकाश नायक की मुश्किलें बढ़ेंगी।
