रायगढ़ जिले में बेलगाम हो चुके उद्योग प्रबंधन पर्यावरण नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे है बावजूद इसके जिला प्रशांसन व पर्यावरण विभाग आँखे मुंदे बैठा है l वायु प्रदूषण तो अब जिले के लिए आम बात हो गयी है वहीं रायगढ़ शहर की जीवन दायिनी केलो भी उद्योगो के आपशिष्ट से मैली हो रही है तथा शहरवासियो को यही गंदा पानी नगर निगम द्वारा भेजा जा रहा है l प्रदूषण फैलाने पर केवल नोटिस नोटिस का खेल प्रशासन द्वारा खेला जा रहा है l यदि यूं कहे कि उद्यागपती प्रशासनिक अधिकारियो के साथ मिली भगत कर आम जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी l सबसे बड़ी विडंबना है कि पर्यावरण विभाग के मंत्री भी रायगढ़ जिले से है बावजूद इसके प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है l
हाल ही में केलो नदी में उद्योगों से उत्सर्जित होने वाले अपशिष्टों से प्रदूषित होने पर ई ई सिंचाई विभाग,रायगढ़ ने बी एस स्पंज,सिंघल इंटरप्राइजेज, सुनील इस्पात, अंजनी स्टील,सिंघल इनिर्जी को नोटिस जारी किया है और कहा है कि 15 दिवस के अंदर शपथ पत्र प्रस्तुत करें और यदि निरीक्षण के दौरान प्रदूषित अपशिष्ट नदी नालों में बहता पाया गया तो कार्यवाही के लिय स्वयं जिम्मेदार होंगे। याने की केलो नदी को प्रदूषित करने वाले उद्योगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बजाय विभाग ने केक्ल नोटिस जारी कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर ली l

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