रायगढ़ l ब्लैक डायमंड एक्सप्लोसीव कम्पनी पर अफसर कुछ ज्यादा ही मेहरबान है l वहीं सांसद, विधायक भी मौन समर्थन देते नज़र आ रहे है l दूसरी तरफ क्षेत्र के ग्रामीण कम्पनी का पुरजोर विरोध कर रहे है परन्तु जनप्रतिनिधियों के मौन स्वीकृति व अधिकारियो की मनमानी के आगे उनकी आवाज नक्कारखाने की तुती बन कर रह जा रही है l सांसद राधेश्याम राठिया के गृहग्राम छर्राटांगर व डोकराबुड़ा के ग्राम सभा की आपत्ति के बावजूद घरघोड़ा एसडीएम ने कम्पनी के एजेंट के रूप में काम करते हुए जमीन का डायवर्सन कर दिया l अब राबो गांव की जमीन के डायवर्सन की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है l हलांकि राबो ग्राम पंचायत के सरपंच व ग्रामीणों ने भी आपत्ति दर्ज कराई है l ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि यह क्षेत्र हाथी प्रभावित है तथा प्रस्तावित भूमि हाथियों का रहवास व विचरण क्षेत्र है जो प्रभावित होगा l ग्राम पंचायत राबो भारतीय सविधान की पांचवी अनुसूचीत क्षेत्र में आता है जिससे ग्राम सभा की अनुमति के बिना उद्योग स्थापित नहीं किया जा सकता l विस्फोटक पदार्थ व कम्पनी से निकलने वाले गंदे पानी से ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा l इन बातो को ध्यान में रखते हुए जमीन को औद्योगिक प्रयोजन के लिए डायवर्सन न किया जाय l अब देखना यह है कि इस आपत्ति का कोई असर अधिकारियो पर होता है या फिर पूर्व की तरह मनमानी रवैया अपनाते हुए कम्पनी के पक्ष में अधिकारी काम करेंगे l