रायगढ़ जिले की सबसे पुरानी खदानें बड़ौद बिजरी और जाम पाली आज अव्यवस्था के कारण बहुत ही दानिश स्थिति में है, आज इन खदानों से रोज हजारों टन कोयला बेचा जा रहा है लेकिन इसके बाद भी एसईसीएल के द्वारा इन खदानों में मूलभूत सुविधाओं को अभाव है, आज इन खदानों में चलने के लिए सड़क ही नहीं है पूरे सड़कों में 5 फीट तक पानी भरा हुआ है, गाड़ियां इन 5 फिट पानी से भरे रास्तों को पार करके कोयला लोड करने के लिए सीसीएल की खदान जाती है जिसमें लगातार रोज कोई ना कोई घटना हो रही है, इसके बाद भी सीसीएल प्रबंधन को कोई फर्क नहीं।
बरोद खदान में बन नया काटा लेकिन चढ़ने के लिए रास्ता नहीं।
कुछ दिनों पहले बरोड़ में नया काटा लगाया गया है,लेकिन एसईसीएल प्रबंधन रास्ता बनाना भूल गया,गाड़ियों को लोडर की मदद से धकेल के ऊपर चढ़ाया जाता है तब कही जाकर गाड़ियों का काटा हो पाता है,थोड़ी लापरवाही में गाड़िया बगल गड्ढे में गिर जाती है,और गाड़ी मालिक को लाखों का नुकसान होता है।
काटो की साफ सफाई न होने से रोज आता है गाड़ियों में शॉर्टेज
बरसात के समय में कांटे की ऊपरी सतह में पूरा कीचड़ जम जाता है जिसकी वजह से प्रतिदिन गाड़ियों में शॉर्टेज की समस्या आती है, इसमें गलती एसईसीएल की है जो प्रतिदिन साफ सफाई नहीं करवाती, लेकिन इसका खामियाजा गाड़ी मालिक को चुकाना पड़ता है।
ट्रेलर मालिक संघ ने दिया उप प्रबंधक को ज्ञापन
यूनियन के जिला अध्यक्ष आशीष यादव ने कहा अगर जल्द ही एसईसीएल प्रबंधन इन अव्यवस्थाओं को दूर नहीं करता तो जल्दी एसईसीएल के खिलाफ रायगढ़ जिला ट्रेलर मलिक कल्याण संघ आंदोलन का रास्ता अपना आएगा।