छत्तीसगढ़ के सीतानादी उदंती अभ्यारण में सालों बाद बाघ होने की पुष्टि हुई थी l बताया जा रहा है कि बाघ सीतानदी अभ्यारण से रविवार को जंगल के रास्ते केरेगांव रेंज में पहुंचा था l वहीं केरेगांव रेंज के जंगलों में बाघ के पदचिन्ह के होने की पुष्टि हुई थी l इसके बाद धमतरी शहर से लगे सबसे बड़े पर्यटन क्षेत्र गंगरेल में बाघ के विचरण करने की जानकारी सामने आई है l मंगलवार रात को गंगरेल बांध के किनारे गांव में बाघ को ग्रामीणों ने देखा था l इसके बाद वन विभाग में भी हड़कंप मच गई l वन विभाग द्वारा गंगरेल पंचायत में मुनादी कराई जा रही है l वहीं बुधवार सुबह जंगल में बाघ के पदचिन्हों की वन विभाग जांच करेगा l