रायगढ़ l धर्मजयगढ़ क्षेत्र के ग्राम पुरूंगा में प्रस्तावित अदानी ग्रुप की अंबुजा सीमेंट कोल माइंस के विरोध में ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पंहुच कर कलेक्ट्रेट का घेराव किया l ग्रामीणों के समर्थन में धर्मजयगढ़ विधायक लालजीत राठिया भी कलेक्ट्रेट पंहुचे थे l क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कोयला खदान से क्षेत्र में जल, जंगल, जमीन का विनाश हो जायेगा l ग्रामीणों ने आगामी 11 नवंबर को होने वाली जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग रखी l
            अदानी कंपनी की अंबुजा सीमेंट कंपनी द्वारा 869.025 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 2.25 मिलियन टन प्रति वर्ष की उत्पादन क्षमता वाली भूमिगत कोयला खदान का प्रस्ताव दिया गया है। प्रस्तावित क्षेत्र में 621.331 हेक्टेयर वन भूमि, 26.898 हेक्टेयर गैर-वन भूमि, एवं 220.796 हेक्टेयर निजी भूमि शामिल है। यह खदान ग्राम पंचायत तेन्दुमुड़ी, पुरुंगा और साम्हरसिंघा के क्षेत्र को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करेगी। आगामी 11 नवंबर को खदान की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिये जन सुनवाई होनी है l क्षेत्र के रहवासी कोल माइंस के विरोध में लामबंद हो कर विरोध कर रहे है l ख़ास बात यह है कि प्रस्तावित क्षेत्र में अन्य वन्य प्राणी के साथ ही हाथियों का प्राकृतिक आवास भी है l वहीं आदिवासी बाहुल्य इस क्षेत्र में ग्रामीण खेती के साथ ही वनोपज से जीवन यापन करते है l यही वजह है कि ग्रामीण खदान का विरोध कर रहे है l ग्रामीणों का कहना है कि खदान के कारण खेती जमीन बंजर हो जायेगी औऱ जंगल कटने से वन्य प्राणी व हाथी गांव की ओर आयेंगे जिससे जान माल का भी नुकसान होगा l इसके आलावा गांव के लोग जंगल से तेन्दु पत्ता सहित अन्य वनोपज से अपना जीवन यापन करते हैl वहीं प्रदूषण की मार भी उन्हें झेलनी पड़ेगी l खदान के कारण भू जल भी निचे चला जायेगा जिसके कारण प्रभावित क्षेत्र के आलावा आस पास के अन्य गांव में भी खेती के लिये पानी की किल्ल्त हो जायेगी l ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम सभा में भी खदान के विरोध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है l

विधायक लालजीत राठिया ने भी जताया विरोध

धर्मजयगढ़ विधायक लालजीत राठिया ने भी खदान का विरोध जताते हुए कहा कि उनकी विधानसभा ट्रायबल क्षेत्र है औऱ पांचवी अनुसूची क्षेत्र के अंतर्गत है l प्रभावित तीनों ग्राम पंचायत में ग्राम सभा से माइंस के प्रस्ताव को निरस्त किया गया है l उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को वे विधानसभा में भी उठाएंगे l लालजीत राठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री आदिवासी है उन्हें जल, जंगल, जमीन की रक्षा करना चाहिएl  जब वे सीएम बने तो हम सब आदिवासी ख़ुशी से फटाके फोड़े थे लेकिन उन्होंने आदिवासियों को निराश किया है l