रायगढ़:- छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं का पार्टी से लगातार मोहभंग हो रहा है। इसी कड़ी में रायगढ़ के कांग्रेस जिला पंचायत सदस्य एवम पूर्व कांग्रेस विधायक प्रकाश नायक के छोटे भाई कैलाश नायक ने रायगढ़ विधायक एवम वित्त मंत्री ओपी चौधरी के समक्ष भाजपा प्रवेश कर लिया है। एक तरह से यह कहे कि कैलाश नायक ने अपने पिता की मातृ संस्था में वापसी की है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी l वहीं कैलाश नायक के भाजपा प्रवेश पर सवाल भी उठ रहे है l आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी जो विरोधी के साथ हाथ मिलाना पड़ा? क्यों चाहिए सत्ता का साथ? जानकारों की माने तो पूर्व में भाई के सत्ता पक्ष का विधायक होने का लाभ व्यवसायिक रूप से कैलाश को मिलता रहा है लेकिन अब सत्ता और विधायकी दोनों चली गयी है ऐसे में व्यवसायिक परेशानी होना लाजमी है l वहीं पूर्व में कुछ प्रकरण में भी कैलाश नायक का नाम शामने आया था लेकिन सत्ता के प्रभाव विधायक भाई के रसूख के कारण मामला रफा दफा हो गया था l शायद यह चिंगारी राख़ के ढेर में दबी रहे इसलिए सत्ता के साथ की जरूरत है l यही वजह हो सकती है कैलाश के भाजपा में शामिल होने की l वैसे भी इन दिनों जिन पर भ्र्ष्टाचार या फिर अन्य किसी प्रकार का आरोप लग रहा है उनके भाजपा प्रवेश कर स्वयं को पाक साफ बनाने का दौर चल रहा है l लगता है इसी कड़ी में एक कड़ी और जुड़ गयी l बहरहाल बात जो भी हो लेकिन पूर्व विधायक प्रकाश नायक के भाई कैलाश नायक के चुनाव के मौक़े पर कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थामने से निश्चित तौर पर कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है l