रायगढ़। विधान सभा चुनाव के लिए नाम फाइनल होते ही कांग्रेस में बगावत के सुर उभरने लगे है। कही खुलकर तो कही भीतरघात की सभावना नज़र आ रही है। विशेषकर रायगढ व लैलूंगा में ऐसी स्थिति निर्मित होती दिख रही है।
कांग्रेस की दूसरी सूची के जारी होने के साथ ही रायगढ जिले की चारो विधानसभाओं की पिक्चर पूरी तरह साफ हो गयी है। रायगढ से प्रकाश नायक,खरसिया से उमेश पटेल, धरमजयगढ़ से लालजीत राठिया पर फीर से भरोसा जताते हुए टिकट दिया है तो वही लैलूंगा विधान सभा से चक्रधर सिदार की टिकट काट कर नए चेहरे पर पार्टी ने दांव खेला है। लैलूंगा सीट से विद्यावती सिदार को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वही प्रत्याशियों की घोषणा होते ही बगावत या फीर भीतरघात की सभवनाये भी दिख रही है।
बात करे यदि लैलूंगा विधान सभा की तो कांग्रेस के दिग्गज नेता सुरेंद्र सिदार के निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है। सुरेंद्र सिदार लैलूंगा विधान सभा मे एक बड़ा चेहरा है और सुरेंद्र सिदार यदि निर्दलीय लड़ते है तो निश्चित तौर पर कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। वही रायगढ विधान सभा में भले ही खुलकर किसी ने विद्रोह नही किया है लेकिन प्रकाश नायक के नाम पर मुहर लगने से पार्टी के कई नेता नाराज है। रायगढ विधान सभा मे कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश नायक को कई चुनौतियों से निपटना होगा। एक ओर जहां वर्तमान में विधायक होने की वजह से एन्टी इंकमबेसी है तो वही टिकट की घोषणा में विलंब होना भी उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके अलावा पार्टी में व्याप्त अंतर्कलह से भी प्रकाश को जूझना पड़ेगा। हालांकि मतदान के लिए अभी समय है। देखना यह है कि इन दोनों सीटो पर कांग्रेस अपने पक्ष में कितना माहौल बना सकती है।

You missed