घरघोड़ा । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घरघोड़ा में आपातकालीन सबसे तेज शिशु प्रसव सुविधा उपलब्ध होने पर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मधुलिका ठाकुर ने बधाई देते हुए घरघोड़ा अस्पताल में 3 दिसंबर को स्वयं उपस्थित रहते हुए सिजेरियन सेक्शन (सी) ऑपरेशन का मार्गदर्शन पर गर्भवती महिला का सफल ऑपरेशन कराया। इस ऑपरेशन में घरघोड़ा खंड शिक्षा अधिकारी डाॅ. सेतराम पैंकरा, डॉ. आशिषन मिंज (नि.विशेषज्ञ) डॉ. रजनी नायक (ई.एम.ओ.सी.) डॉ. दिनेश नायक (एल.एस.ए.एस.) के साथ पुरी स्टॉप नर्स की टीम रही। यह ऑपरेशन तब किया जाता है जब शिशु प्रसव में दिक्कत हो कभी कभी एक से अधिक शिशु के जन्म होने पर या गर्भवती महिला में किसी तरह के कमजोरी होने पर जोखिम से बचने के लिए यह ऑपरेशन किया जाता है। शिशु के जन्म कराने के लिए होने वाले ऑपरेशन को सिजेरियन सेक्शन ऑपरेशन कहा जाता है, इसमें शिशु का जन्म पेट और गर्भाशय में चीरा लगाकर करवाया जाता है, यह सामान्य प्रक्रिया में रूकावटें आने के कारण आगे नहीं बढ़ रही हो तो शिशु का जन्म करवाने में शल्य चिकित्सा में आपातकालीन सबसे तेज व कम जोखिम का सिजेरियन सी ऑपरेशन है।
घरघोड़ा अस्पताल में सिजेरियन सी ऑपरेशन के सफलता के बाद हर्ष व्याप्त है, वनांचल क्षेत्र का केन्द्र बिन्दु घरघोड़ा अस्पताल है यहां सुविधाएं उपलब्ध होने से चारों दिशाओं के मरीजों को लाभ होता है, स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी के कारण महिलाओं को पुर्ण स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलता है, इस तरह के सुविधाएं मिलने से डॉक्टरों के साथ आमजनों में खुशियों दिखाई दे रही है। इस उपलब्धि पर जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधुलिका ठाकुर के साथ समस्त डॉक्टर स्टॉप द्वारा सफल सिजेरियन डिलीवरी होने पर केक काटकर परिजनों संग जन्म उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर डॉ. मधुलिका ठाकुर ने सभी को शुभकामनाएं व बधाई देते हुए कहा कि अब इस वनांचल सुदूर ग्रामीण अंचल में सिजेरियन सेक्शन सी ऑपरेशन की सुविधा मिलेगा यह स्वास्थ्य सुविधाओं बढ़ रहा घरघोड़ा के लिए मिल का पत्थर बने, गर्भवती महिलाओं को किसी तरह का परेशानी का सामना ना करना पड़े और जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हष्ट-पुष्ट रहें, इस उपलब्धि पर उन डॉक्टर्स के मेहनत लगन को गर्व से याद किया जायेगा जिसमें बीएमओ साहब डॉ.पैकरा, डॉ.आशिषन मिंज, डॉ.विकास शर्मा के अथक प्रयास व इच्छाशक्ति का परिणाम है जो सिजेरियन ऑपरेशन को सफल बनाने में आवश्यक उपकरण सुव्यवस्थित आपरेशन थियेटर को व्यवस्थित कर आने वाले समय में जहां निजी अस्पतालों में लाखों खर्च होते हैं वहां इस क्षेत्र के गर्भवती माताओं को नि:शुल्क चिकित्सा उपलब्ध होगी।
