नई दिल्ली के विज्ञान भवन में छत्तीसगढ़ की शिल्पकार श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल को आज धातुकला में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया।श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला निवासी है जिन्हे ढोकरा–बेलमेटल के लिये किया गया सम्मानित l वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी उन्हें बधाई दी है l मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया X पर बधाई देते हुए लिखा कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की ढोकरा–बेलमेटल शिल्पकार श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया जाना पूरे छत्तीसगढ़ के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह से निकलकर अपनी अनूठी धातुकला से देशभर में छत्तीसगढ़ की पहचान को नई ऊंचाई देने वाली श्रीमती बघेल की यह उपलब्धि हमारी समृद्ध लोककला, परंपरा और ग्रामीण प्रतिभा की चमक को राष्ट्रीय मंच पर पुनः स्थापित करती है। यह छत्तीसगढ़ के हर शिल्पकार का सम्मान है। हमारी सरकार कला-संरक्षण, प्रशिक्षण और बाजार विस्तार के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। श्रीमती बघेल हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।

