घरघोड़ा विकास खंड अंतर्गत शिक्षा विभाग में कार्यरत नवापारा टेंडा शासकीय बालक प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक बजरूराम भगत 60 वर्ष ने अज्ञात कारणों से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, प्राप्त जानकारी के अनुसार बजरूराम भगत रात में घर से चुपचाप निकल कर स्कूल से लगे बालक छात्रावास के सामने सागौन पेड़ पर रस्सी का फंदा बनाकर झुल गया। आज सुबह ग्रामीण को इसका पता चला तो गांव में आग तरह खबर फैल गई,घर वालों को सुचना दिया गया जिसके बाद पुलिस इसकी जानकारी गांव वालों ने दिया, आनन-फानन में घरघोड़ा थाना टी.आई. रमेश बेस हमराह स्टाफ को लेकर घटना स्थल पर पहुंचे, मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास की तलाशी किया गया, घरवालों से पुछताछ कर गांव वालों से विस्तृत जानकारी जूटाने का प्रयास किया गया, मामला सरकारी कर्मचारी का था इस लिए सभी पहलुओं पर जांच किया जा रहा है, बताया गया की शिक्षक बजरूराम शांत स्वभाव का मिलन सार व्यक्ति था, स्कूल में अपने कार्य के प्रति संवेदनशील कर्मठ रहता था जिसके कारण छात्रों के साथ स्टाफ वाले भी खुब पसंद करते थे, अपने नौकरी के अंतिम समय में इतने बड़े कदम उठाए जाने से सभी अजरज में है, किसी को इस घटना पर विश्वास नहीं हो रहा है, खुशहाल भरा-पुरा परिवार में पत्नी गृहस्थ संभालती है, एक पुत्र पटवारी वह पुत्री शिक्षिका है वहीं बहु भी शासकीय कर्मचारी हैं, जीवन खुशहाल था फिर किन कारणों से आत्महत्या जैसे अंतिम निर्णय लेना पड़ा यह जांच का विषय है आखिर शिक्षक जैसे सम्मानित पद पर बैठ कर ज्ञान बांटने वाला ग़लत कदम उठाने की क्या मजबूरी थी इसका कारण जानना आवश्यक है, इस कारण इस घटना को सिर्फ आत्महत्या समझ कर पुर्ण विराम लगा देना अन्याय होगा, पुलिस विभाग आत्महत्या की वजह को तलाशने की कोशिश कर रही है, परिवार एवं आमजन ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाते हुए मांग किया की इस घटना का बारीकी से सभी पहलुओं पर जांच किया जाये, आत्महत्या के कारणों का सार्वजनिक रूप से सभी के सामने लाया जाना आवश्यक है, हंसमुख मिलनसार व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति ने इस तरह का फैसला क्यों लिया क्या है इस घटना के पीछे की हकीकत इसका पता लगाना आवश्यक है। घटना स्थल से लेकर बजरूराम के पुर्व के दिनों की हर दिनचर्या का पताशाजी किया जा रहा है , अब पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार है।