गोदावरी प्लांट हादसा मामले में हुई जांच में पाई भारी लापरवाही पाई गई है l औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संचनालय के अधिकारियो ने हादसे के बाद मौका मुआयना कर जांच की थी l जाँच में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संचनालय को प्लांट में भारी अनियमितता मिली जिस पर कंपनी के 1.8 MTPA पैलेट प्लांट को प्रतिबंधित कर दिया गया l वहीं औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संचनालय ने 9 बिंदुओं में जांच रिपोर्ट जारी की है जिसके अनुसार
प्लांट प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया SOP का पालन.

फर्नेस चैम्बर के अंदर खतरनाक गैसों, फ्युम्स व डस्ट की जांच के बिना किया गया काम.
मेंटेनेंस स्थल पर जाने वाले दरवाजा था सकरा. जो अत्यंत ही जोखिमपूर्ण कार्यस्थल था.
कास्टेबल वॉल उचित गुणवत्ता के अनुरुप नही थी और ना ही मजबूती से इसकी एंकरिंग की गई थी.
कास्टेबल वॉल के एक्रेशन का तापमान सामान्य हुआ है या नही यह सुनिश्चित नही किया गया.
चेम्बर के अंदर कार्बन मोनोऑक्साइड के स्तर की जॉच की व्यवस्था सुनिश्चित नही की गई .
मेंटनेंस के पहले प्रबंधन द्वारा उचित रुप से कार्य अनुमति जारी नही किया गया.
श्रमिको को समुचित दिशा-निर्देश और पर्याप्त सुरक्षा प्रशिक्षण नहीं दिया गया.
कारखाना प्रबंधन द्वारा कैपिटल रिपेयर / शटडाउन / ओवर-हॉलिंग का काम शुरू करने से पहले नहीं दी गई विभाग को सूचना.