रायगढ़ :- उन्नायक सेवा समिति द्वारा संचालित घरौंदा संस्था में पिछले दो बरस से निवास रत मानसिक रूप से दिनव्यांग विष्णु सहाय ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में हो रहे स्पेशल ओलंपिक भारत का वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए दो गोल्ड एवं एक कांस्य पदक दिलाकर इतिहास रच दिया। पिछले दो दशकों से अपना जीवन बेसहारा बच्चो के लिए समर्पित करने वाले उन्नायक सेवा समिति के डायरेक्टर सिद्धांत मोहंती ने इस संबंध की जानकारी देते हुए बताया उन्नायक सेवा समिति द्वारा संचालित घरौंदा संस्था को समाज कल्याण विभाग द्वारा मान्यता दी गई है एवम यह संस्था अनुदान प्राप्त हैं। दिव्यांग वयस्क लडको के बौद्धिक एवं विकासात्मक गतिविधियों के लिए कौहाकुंडा में स्थित घरौंदा नामक संस्था आजीवन आश्रय गृह का संचालन करती है। ऐसे वयस्क दिव्यांग जन एवम बेसहारा निराश्रित जिनका लालन पालन माता पिता द्वारा संभव नही हो पाता है ऐसे लोगो के लिए यह संस्था संजीवनी साबित हो रही है। ऐसे दिव्यांग जनों के पुनर्वास हेतु संस्था द्वारा मूलभूत सुविधा के अतिरिक्त अन्य गतिविधियों हेतु भी निरंतर प्रयत्नशील रहती है यही वजह है कि विष्णु सहाय ने कानपुर में हुए स्पेशल ओलंपिक भारत का वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल कर छत्तीसगढ़ राज्य का नाम रोशन किया। राज्य में 11 जिलों में संचालित घरौंदा में रायगढ़ में संचालित घरौंदा के विष्णु सहाय ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। घरौंदा में निवासरत ऐसे वयस्क दिव्यांग जनों के लिए तन मन धन से समर्पित प्रबंधक श्रीमति नेहा सिन्हा विष्णु सहाय की इस उपलब्धि पर बेहद प्रसन्न है उन्होंने इस संबंध में जानकारी देने हुए बताया कि वर्तमान में 36 दिव्यांग जन निवासरत है । डायरेक्ट सिद्धांत मोहंती के मार्गदर्शन पर दिब्यांग जनों का विशेष ध्यान रखा जाता है। संस्था के द्वारा मानसिक विकास की गतिविधियां निरंतर संचालित की जाती है। वर्ष 2022 के दौरान 18 वर्ष पूरा होने पर विष्णु सहाय को माना कैंप रायपुर के कर्मचारी द्वारा घरौंदा रायगढ़ भेजा गया था । मानसिक दिव्यांग होने के बावजूद विष्णु सहाय अपनी दिनचर्या के प्रति अन्य बच्चो की तुलना में बहुत अनुशासित है।सुबह उठकर दैनिक दिनचर्या से निवृत होकर , योगा में शामिल होना उसकी दिनचर्या रही। मंदबुद्धि के लिए स्पेशल क्लास में विष्णु सहाय नियमित शामिल होता रहा। समय पर खान पान के साथ साथ दोपहर की वोकेशनल क्लासेज में सिखाई जाने वाली एक्टिविटी को भी विष्णु सहाय बड़े ध्यान से सीखता रहा। हर दिन शाम को आयोजित होने वाले आउटडोर एक्टिविटी के खेलकूद में भी विष्णु सहाय की विशेष रुचि रही। विष्णु सहाय के ट्रेनर ललित भोई, बासुदेव सेठ ने बताया विष्णु सहाय के अनुशासन और खेलो के प्रति रुझान को देखते हुए उसे विशेष ट्रेनिंग दी गई यही वजह है कि उसने अपने बलबूते कांस्य पदक हासिल किया।