अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वय अनिल शुक्ला व अरुण मालाकर अध्यक्ष (ग्रामीण) के मार्गदर्शन में गुरूवार को कांग्रेसजन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा (केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड ) के सामने प्रात 11 बजे धरना प्रदर्शन कर बैंक की राजनैतिक दबाव वाली कार्यप्रणाली पर विरोध जताएंगे।
विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलेक्टोरल बांड को असंवेधनिक करार देते हुए एस बी आई से 6 मार्च तक दानदाताओं की सूची सार्वजनिक करने को कहा था तब से ही भाजपा पार्टी दानदाताओं के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने के बाद चुनिंदा कॉरपोरेट्स के साथ अपने संबंधों के संभावित जोखिम को लेकर चिंतित है। मोदी सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक पर जानकारी साझा न करने का दबाव डालने का ही नतीजा है कि एस.बीआई बैंक ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर किया, जिसमें विवरण साझा करने के लिए 30 जून, 2024 तक के समय की मांग की गई है। जैसा कि आप जानते हैं कि यह देरी संदिग्ध है,क्योंकि देश के सबसे बड़े और पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बांड के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए पांच महीने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। इससे पता चलता है कि एसबीआई का इस्तेमाल बीजेपी की वित्तीय अनियमितताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया जा रहा है। और इस प्रकार 30 जून जवाब प्रस्तुत होने तक लोकसभा चुनाव भी पूर्ण हो जाएंगे।
उक्त संदर्भ में 7 मार्च को पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों में भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं के सामने कांग्रेस पार्टी द्वारा वृहद धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम निर्धारित है जिएजे तहत पार्टी मीटिंग में रायगढ जिला कांग्रेस कमेटी ने भी सुबह 11 स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के समक्ष धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।