रायगढ़। जूटमिल भाजपा मंडल महामंत्री और वॉर्ड नं 30 के पूर्व पार्षद मुक्तिनाथ बबुआ ने रायगढ़ नगर निगम महापौर जानकी काटजू की कार्यशैली को आड़े हाथों लेटे हुए कहा कि शहर में उपजी जल समस्या को लेकर महापौर जानकी काटजू का जो राजनीतिक बयान सामने आया है वो उनके द्वारा की जा रही ओछी राजनीति का सूचक है ऐसी विषम परिस्थितियों में महापौर का नैतिक कर्तव्य बनता है कि वो शहर की आम जनता की मांगो का समर्थन कर उसके त्वरित निराकरण का जमीनी प्रयास करें लेकिन उससे उलट महापौर सरकारी अफसर की तरह आम जनता व निर्वाचित जनप्रतिनिधियों पर राजनीति करने का ओछा आरोप लगा रही हैं, जबकि आज जल आपूर्ति की समस्या को लेकर लगभग पूरा शहर हलाकान हैं।

आगे युवा भाजपा नेता मुक्तिनाथ ने कहा कि नगर निगम का गठन जनता के मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया है जिसमें सड़क, बिजली, और पानी आवश्यक सेवा में आता है, अगर शहर सरकार निरंकुश हो जाए तो जनता के पास एक ही विकल्प बचता है और वो है कुम्भकर्णी निंद्रा में सोई सरकार को जगाना जिसके लिए जनता को सड़क पर उतरना पड़ता है और बीते कल वार्ड नंबर 30 ,36 और 40 की जनता द्वारा यही कदम उठाया गया था लेकिन शहर सरकार में काबिज मुखिया के साथ इगो प्रॉब्लम बड़ी समस्या है कि वह शहर के जनता के जायज मांगों को समर्थन देने व समस्या का निदान के लिए उनसे रूबरू होने के बजाय स्थानीय जनप्रतिनिधि जो उस क्षेत्र के जनता की जायज मांगों को लेकर निगम में अफसरान व सरकार को अवगत कराने आए उसके खिलाफ ही कुतर्क भरा बयान जारी कर ओछी राजनीति का परिचय दे रही हैं जिसे किसी भी स्तर पर आम जनता स्वीकार्य नहीं करेगी।

आगे बबुआ ने यह भी कहा कि महापौर के द्वारा जो पत्र मीडिया के सामने रखकर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बदनाम करने की बात कह रही हैं वह पत्र इस बात का प्रमाणित करता है कि क्षेत्र में अमृत मिशन पाइपलाइन विस्तार के कार्य पूर्ण हो चुके हैं मगर महापौर ने उस पत्र को क्षेत्र में पूरे जल पूर्ति होने का बताकर मीडिया एवं आम जनता को खुद गुमराह कर रही हैं और एक सक्रिय पार्षद के सक्रियता जनहित के मुद्दे को लेकर लड़ने वाले जनप्रतिनिधि को बदनाम कर रही हैं जिसे शहर की जनता देख और समझ रही हैं।

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