रायगढ़: राजप्रिय अस्पताल में महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल के क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ते हुए डॉ. कीर्ति नंदा द्वारा टोटल लैप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी (TLH) के ऑपरेशन नियमित रूप से सफलतापूर्वक किए जा रहे हैं।
यह अत्याधुनिक तकनीक महिलाओं के गर्भाशय से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए अपनाई जाती है। लैप्रोस्कोपिक विधि के तहत बिना बड़े चीरे के गर्भाशय को हटाने का कार्य किया जाता है, जिससे मरीजों को कम दर्द होता है, अस्पताल में कम समय रहना पड़ता है और वे जल्दी से अपनी दिनचर्या में लौट सकती हैं।
डॉ. कीर्ति नंदा की विशेषज्ञता और राजप्रिय अस्पताल की उन्नत सुविधाओं के कारण यह प्रक्रिया अत्यधिक प्रभावी साबित हो रही है। यह तकनीक मरीजों के लिए न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी राहत प्रदान करती है।
राजप्रिय अस्पताल का उद्देश्य हमेशा से मरीजों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना रहा है। इस उपलब्धि के साथ, अस्पताल ने महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
राजप्रिय अस्पताल के निदेशक डॉ. राजकृष्ण शर्मा ने जानकारी दी कि राजप्रिय अस्पताल, रायगढ़, आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है अस्पताल में वर्तमान में सर्जरी विभाग के अंतर्गत सामान्य सर्जरी और एडवांस लैप्रोस्कोपिक सर्जरी नियमित रूप से की जा रही है। इसके अलावा, ऑर्थोपेडिक विभाग में अत्याधुनिक आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।
यूरोलॉजी विभाग में लेज़र तकनीक से सर्जरी की जा रही है, जो मरीजों के लिए कम जोखिम और तेज़ रिकवरी सुनिश्चित करती है। साथ ही, स्त्री एवं प्रसूति विभाग (Gynecology Department) में सभी प्रकार के ऑपरेशन और इनफर्टिलिटी (बांझपन) के इलाज के लिए अत्याधुनिक उपचार उपलब्ध हैं।
डॉ. राजकृष्ण शर्मा ने बताया कि अस्पताल का उद्देश्य मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और नवीनतम चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना है। अस्पताल में उपलब्ध यह तकनीकें और विशेषज्ञ सेवाएं इसे रायगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य सेवा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाती हैं।
राजप्रिय अस्पताल रायगढ़ में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। मरीजों की देखभाल और उनकी संतुष्टि अस्पताल की प्राथमिकता है।