रायगढ़ l विगत 27 वर्षो से यादव समाज के बधुंगण यादगार ऐतिहासिक मड़ई महोत्सव का आयोजन करते आ रहे हैं। जिसकी ख्याति पूरे प्रदेश में रहती है। इसी सामाजिक गौरवशाली परंपरा का निर्वहन करते हुए 28 वे मड़ई महोत्स्व का आज 23 दिसम्बर से शुभरम्भ होगा l कार्यक्रम के संदर्भ में होटल जानकी वाटिका में मीडिया को जानकारी देते हुए यादव मड़ई महोत्सव समिति के अध्यक्ष शाखा यादव ने बताया कि लोक कला एवं हमारी प्राचीन संस्कृति की परंपरा को अक्षुण्ण रखते हुए इस बार भी विशिष्टगणों की विशेष उपस्थिति में 28 वॉं यादव मड़ई महोत्स्व मनाया जाएगा जिसमे आज प्रथम दिन सांस्कृतिक कार्यकर्म होंगे l वहीं रविवार को शौर्य नृत्य मड़ई महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। नृत्य टीम में अन्य जिलों से भी इस बार टीम के कलाकार अपनी मनभावन प्रस्तुति देंगे।वहीं कलाकारों के लिए रहने व खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है। वहीं आयोजन को भव्यता देने में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। वहीं इस महोत्सव के अंतर्गत हमारे छत्तीसगढ़ की संस्कृति को विशेष रूप से फोकस किया जाएगा। यादव मड़ई महोत्सव समिति के अशोक यादव व विकास ठेठवार ने बताया कि कार्यक्रम के अन्तर्गत पहले दिन बच्चों के लिए खास सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन आज रामलीला मैदान में होगा। वहीं दूसरे दिन शौर्य नृत्य महोत्सव में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले टीम के सदस्यों को पुरसस्कृत किया जाएगा l
विलुप्त होती लोक कला को जीवित रखने शासन को भी ध्यान देना चाहिए – गणेश यादव

वहीं यादव समाज के वरिष्ठ सदस्य गणेश यादव ने बताया कि अन्य लोक नृत्य के साथ ही राउत नाचा भी प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य मे से एक है l हालांकि नई पीढ़ी का रुझान अब इस पारम्परिक कला की ओर कम हो रहा है l हमारे तरफ से युवा पीढ़ी को सिखाने के लिए समय समय पर कार्यक्रम रखे जाते है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है l श्री यादव ने कहा की शासन को भी लोक कलाओ को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए l पूर्व मे भूपेश सरकार ने लोक कलाओ को बढ़ावा देने का काम किया था अब नई सरकार आ गयी है उससे भी उम्मीद है कि लोक कला को जीवित रखने विशेष प्रयास किये जाएंगे l